NFO Alert: Nippon India Mutual Fund द्वारा दो नए Index Funds का शुभारंभ: Nippon India Nifty Realty Index Fund और Nippon India Nifty Auto Index Fund
nfo alert nippon india mutual fund launches nifty realty and auto index fund
Nippon India Mutual Fund ने अपने निवेशकों के लिए दो नए इंडेक्स फंड्स – Nippon India Nifty Realty Index Fund और Nippon India Nifty Auto Index Fund लॉन्च किए हैं। ये दोनों फंड्स उन निवेशकों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं जो इक्विटी और उससे संबंधित सिक्योरिटीज में निवेश कर लॉन्ग-टर्म कैपिटल ग्रोथ प्राप्त करना चाहते हैं।
NFO की मुख्य जानकारी:
- खुलने की तारीख:14 नवंबर 2024
- बंद होने की तारीख: 28 नवंबर 2024
- निरंतर खरीद और पुनर्खरीद की सुविधा: 10 दिसंबर 2024 से उपलब्ध होगी।
- न्यूनतम निवेश राशि:₹1,000 (इसके बाद ₹1 के गुणांक में अतिरिक्त निवेश संभव)।
इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य और फंड मैनेजर
इन दोनों योजनाओं का उद्देश्य उस संबंधित इंडेक्स में शामिल सिक्योरिटीज के कुल रिटर्न को ट्रैक करना है, जिससे निवेशकों को वास्तविक रिटर्न की अनुभूति हो सके। इन योजनाओं का प्रबंधन हिमांशु मांग द्वारा किया जाएगा, जो कि अनुभवी और कुशल फंड मैनेजर हैं।
1. Nippon India Nifty Realty Index Fund
Nippon India Nifty Realty Index Fund एक ओपन-एंडेड योजना है जो विशेष रूप से *Nifty Realty Indexको ट्रैक करेगी। इस फंड का लक्ष्य Nifty Realty Index में शामिल सिक्योरिटीज के प्रदर्शन के अनुसार रिटर्न प्रदान करना है, जिसमें योजना से जुड़े खर्च घटाए जाते हैं।
पोर्टफोलियो संरचना:
- 95-100% तक का निवेश Nifty Realty Index में शामिल सिक्योरिटीज में।
- 0-5% तक का निवेश नकद, नकदी समकक्ष और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में।
बेंचमार्क:Nifty Realty TRI
Nifty Realty Index क्या है?
Nifty Realty Index भारत के रियल एस्टेट सेक्टर में प्रमुख कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाला एक सूचकांक है। यह इंडेक्स उन कंपनियों को शामिल करता है जो आवासीय, वाणिज्यिक और औद्योगिक प्रॉपर्टी के विकास, निर्माण और प्रबंधन से जुड़ी हुई हैं। रियल एस्टेट सेक्टर में तेज़ी या मंदी की स्थितियों का असर सीधे तौर पर इस इंडेक्स पर पड़ता है, जिससे निवेशकों को इस सेक्टर की वास्तविक परफॉर्मेंस का लाभ मिल सकता है।
Read more: Nippon India Small Cap Fund Direct Growth Review : भारत के No.1 भरोसेमंद म्यूचूअल फंड
2. Nippon India Nifty Auto Index Fund
Nippon India Nifty Auto Index Fund एक ओपन-एंडेड योजना है जो Nifty Auto Index को ट्रैक करेगी। इस योजना का उद्देश्य Nifty Auto Index में शामिल कंपनियों के प्रदर्शन के अनुसार निवेशकों को रिटर्न प्रदान करना है, जिसमें ट्रैकिंग एरर और अन्य खर्चों को घटाकर वास्तविक रिटर्न प्रदान किया जाएगा।
पोर्टफोलियो संरचना:
- 95-100% तक का निवेश Nifty Auto Index में शामिल सिक्योरिटीज में।
- 0-5% तक का निवेश नकद, नकदी समकक्ष और मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में।
बेंचमार्क:Nifty Auto TRI
Nifty Auto Index क्या है?
Nifty Auto Index भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर का प्रतिनिधित्व करने वाला सूचकांक है। इसमें प्रमुख ऑटो कंपनियाँ शामिल हैं जो दोपहिया, चारपहिया, और वाणिज्यिक वाहनों का निर्माण करती हैं। इस इंडेक्स में निवेश से निवेशकों को ऑटोमोबाइल सेक्टर के प्रदर्शन का लाभ मिल सकता है। ऑटो सेक्टर से जुड़े आर्थिक और नीति परिवर्तन भी इस इंडेक्स के रिटर्न को प्रभावित कर सकते हैं।
किसके लिए हैं ये स्कीमें?
ये दोनों इंडेक्स फंड्स खासतौर पर उन निवेशकों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं, जो दीर्घकालिक पूंजी वृद्धि (Long-term Capital Growth) प्राप्त करना चाहते हैं। यह उन निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो अपने पोर्टफोलियो में सेक्टोरल डायवर्सिफिकेशन जोड़ना चाहते हैं, जिससे वे विशेष इंडेक्स के साथ जुड़े हुए क्षेत्रों में विकास का लाभ उठा सकें।
मुख्य विशेषताएँ और लाभ:
1. लॉन्ग-टर्म ग्रोथ:
इन फंड्स में निवेश करने वाले निवेशकों को दीर्घकालिक वृद्धि के अवसर प्राप्त हो सकते हैं, खासकर यदि रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर में स्थायित्व और विकास बना रहता है।
2. सेक्टोरल एक्सपोजर:
निवेशक अपनी आवश्यकताओं और जोखिम सहनशीलता के अनुसार किसी विशेष सेक्टर में फंड का चयन कर सकते हैं – रियल एस्टेट या ऑटोमोबाइल।
3. ट्रैकिंग एरर:
चूंकि ये इंडेक्स फंड्स हैं, इनमें ट्रैकिंग एरर हो सकता है। यानी फंड का रिटर्न इंडेक्स से थोड़ा भिन्न हो सकता है, क्योंकि कुछ खर्चों को रिटर्न से घटाया जाता है।
4. कम निवेश सीमा:
₹1,000 की न्यूनतम निवेश राशि इसे नए निवेशकों के लिए भी सुलभ बनाती है, जिससे वे धीरे-धीरे निवेश की शुरुआत कर सकते हैं।
क्या इस निवेश में जोखिम है?
जैसा कि किसी भी इंडेक्स फंड में होता है, ये फंड्स अपने संबंधित इंडेक्स के प्रदर्शन पर निर्भर करते हैं, इसलिए दोनों सेक्टर्स में आर्थिक बदलाव, नीति परिवर्तन, और वैश्विक आर्थिक स्थितियाँ सीधे तौर पर इन फंड्स पर असर डाल सकती हैं।
डिस्क्लेमर:
इन योजनाओं में निवेश करने से पहले, निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों, जोखिम प्रोफाइल, और बाजार की स्थिति पर विचार करना चाहिए। वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना उचित रहेगा।
इन दोनों फंड्स में निवेश करके निवेशक अपने पोर्टफोलियो में विविधता जोड़ सकते हैं और रियल एस्टेट व ऑटोमोबाइल जैसे विकसित होते हुए क्षेत्रों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं।